चैत्र वारुणी
यह पूजा चैत्र शुक्ल की तेरस को की जाती है। इस दिन गंगाजी में स्नान करना चाहिए। गंगाजी की सब जगह की सामग्री से पूजा और कच्ची केरी तथा श्रीफल दान करना चाहिए।
हनुमान जयन्ती ( चेत्री पूर्णिमा )
चैत सुदी पूर्णिमा के दिन माता अंजनी के गर्भ से रामभक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था। इसलिये इस दिन हनुमान जयन्ती मनाई जाती है। हनुमान जयन्ती के दिन सबको हनुमान जी को सजाना चाहिए, पूजा करके फिर आरती करनी चाहिए, ओर भोग लगाकर सबको प्रसाद बांटना चाहिए।
चैत सुदी पूर्णिमा के दिन माता अंजनी के गर्भ से रामभक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था। इसलिये इस दिन हनुमान जयन्ती मनाई जाती है। हनुमान जयन्ती के दिन सबको हनुमान जी को सजाना चाहिए, पूजा करके फिर आरती करनी चाहिए, ओर भोग लगाकर सबको प्रसाद बांटना चाहिए।
हनुमान जयन्ती के दिन सुबह अपनी लड़की को अपने हाथ से जिमा दें जिससे उसकी उमर बढ़े, कष्ट कटें। भगवान की पूजा करके दान दें। सीधा भी देना चाहिए। कुछ लोग दिवाली के दिन भी हनुमान जी की पूजा करते हैं।
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