शुक्रवार, 3 दिसंबर 2021

भजन हर हाल में दाता - Kabir Bhajan Har Haal Mein Daata

Kabir Bhajan har Haal Mein data

Kabir Ke Shabd

भजनमाला
हर हाल में दाता का हम शुक्र मनाते है
जिस रंग में तू रंगदे हम रंगते जाते है
तेरी मर्जी है दाता चाहे तो तख्त बिठा
तेरी मर्जी है दाता चाहे तो भीख मंगा
तेरी रज़ा में हम दाता ख़ुशी मनाते है
तेरी दासी हूँ दाता तू साथ निभा देना
अगर भूल चूक हो जाए तो माफ़ कर देना
तेरे दर पे हम दाता ये अलख जगाते है
तू बक्शनहार है मै गुनहगार दाता
तेरी कृपा से दाता सब कष्ट टल जाता
मुझे पार कर भव लाखों तर जाते है
दरबार से तेरे कोई खाली न जाता
रोता हुआ जो अाए हँसता हुआ है जाता
जिन्हें जग ने है ठुकराया अपनाए जाते है
तेरे भंडार में नहीं कोई कमी दाता
खाली झोली भी तुझसे भरवा के ले जाता
यहाँ जन्मों के दाता सब फन्द छुड़ाते है

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